जहां आज पूरा विश्व कैंसर के आगे बेबस नजर आता है वहीं भारत में आयुर्वेद के द्वारा दिन नऐ चमत्कार होते है हम आपको बताने जा रहे है मध्यप्रदेश के बैतूल जिला के गांव कान्हावाड़ी के वैघ बाबू लाल के बारे में जो बैतूल से 35 किलोमीटर की दूरी पर घोडाडोंगरी गांव के पास कान्हावाड़ी क्षेत्र में रहते है जो कि घोड़ाडोगंरी से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर है हर मंगलवार व शनिवार देश और विदेश में चर्चा बने इस केंन्द्र पर सैंकड़ों की संख्या में लोग पहुंचते है और आने वालों का दावा है कि यहां के ईलाज से लोगों को आराम मिलता है। हैरान कर देने वाली बात यह कि इस दवा को देने वाले बाबू लाल किसी से कोई पैसा नही वसूलते है सैकड़ों की संख्या में आने वाले लोगों को एक दिन पहले ही आकर लाईन में लगना पड़ता है। हम आपको बता दें की बैतूूल अपने आप में सतपुड़ा जंगलों की मशहुर असरदार जड़ीबुटियों के कारण एक अलग पहचान रखता है।