Jio Coin: भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों की रुचि तेजी से बढ़ रही है. इसी के चलते Jio Coin को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. जरा-सी अफवाह भी इसे ‘हॉट टॉपिक’ बना देती है. इस लेख में हम जियो कॉइन से जुड़ी सभी कंफ्यूजन को दूर करने की कोशिश करेंगे और जानेंगे कि यह असल में क्या है.
Jio Coin पिछले कुछ समय से सुर्खियों में बना हुआ है. इसे देश की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी Reliance Jio द्वारा लॉन्च किया गया है. हालांकि, इसे पूरी तरह से क्रिप्टोकरेंसी कहना सही नहीं होगा. Jio Coin को बिटकॉइन या एथेरियम जैसी ब्लॉकचेन आधारित क्रिप्टोकरेंसी से अलग एक डिजिटल लॉयल्टी प्रोग्राम के रूप में विकसित किया गया है.
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह पॉलीगॉन ब्लॉकचेन पर बनाया गया है और इसे रिलायंस जियो के विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपयोग किया जा सकता है. यह एक रिवॉर्ड टोकन के रूप में काम करेगा, जिसे ग्राहक Jio की सेवाओं का इस्तेमाल करके कमा सकते हैं.
Jio Coin का मकसद यूजर्स को फ्री टोकन देना नहीं, बल्कि उन्हें Jio के ऐप्स और सेवाओं से जोड़े रखना है. जब आप Jio के डिजिटल इकोसिस्टम का उपयोग करते हैं, तो आपको Jio Coin के रूप में रिवार्ड मिल सकता है.
Jio Coin को पारंपरिक क्रिप्टोकरेंसी नहीं कहा जा सकता क्योंकि यह स्वतंत्र ब्लॉकचेन नेटवर्क पर काम नहीं करता. बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तरह इसे ट्रेड नहीं किया जा सकता. यह एक कस्टमर इंगेजमेंट टूल है, जिसका उद्देश्य लोगों को Jio के डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़े रखना है.
Jio Coin को डिस्काउंट और विशेष ऑफर्स के लिए उपयोग किया जा सकता है, जिससे यह Jio यूजर्स के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.